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Friday, 11 November 2016

जीने की राह

किसी भी परिस्थिति में घबराना नहीं चाहिए। हमेशा नए सिरे से शुरुआत करनी चाहिए। सड़क है तो पत्थर भी है , इससे घबराना क्या?


Tuesday, 1 November 2016

दूरी -------- मंजुल भारद्वाज

Manjul Bhardwaj
 01-11-2016 
दूरी
-मंजुल भारद्वाज

दूरी क़दमों में होती है या समझ में 
मीलों में होती है या मूल्यों में 
सदियों में होती है या दर्शन में 
युगों में होती है या विचारों में 
दूरी शारीरिक होती है या आत्मिक 
दूरी पृथ्वी और आसमां की है 
या ब्रह्मांड के अनंत की 
एक चिरकाल प्रश्न.... 
एक चिरकाल चिंतन ....
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