©इस ब्लॉग की किसी भी पोस्ट को अथवा उसके अंश को किसी भी रूप मे कहीं भी प्रकाशित करने से पहले अनुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें। ©

Saturday 29 April 2017

त्योहार के बदलते मायने -------- इरा झा

स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैं )

लोगों की मानसिकता बदल गई है और हर चीज़ को अब पैसों से ही तौला जा रहा है , उसका अच्छा विश्लेषण। 
अब त्योहार का असली मतलब ही खत्म हो गया है। 

No comments:

Post a Comment