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Friday, 4 December 2020

धरती हमारी न्यारी ------ पूनम माथुर


उपकार फिल्म का गाना तो आप लोगों ने सुना  ही होगा ‘ मेरे देश की धरती सोना उगले ....................... ‘

धरती की महिमा का क्या उल्लेख करें , सर्व विदित है । वेद का एक श्लोक है :

वायु बहार विमल वसुधा पर  रश्मि चमकावे

अन्न और जल रोग निवारक भू  – माता से पावे।

धरती की कृपया हम सब पर बनी रहे तो धरती वासियों को भी धरती के लिए अपना योगदान देना पड़ेगा। कहीं धरती माता की छाती को चीर कर जल निकाल लेते हैं और कहीं कारखाना बना कर बंजर कर देते हैं। जल- जंगल- जमीन को सुरक्षित रखने के लिए आज हम सभी पृथिवी वासियों का कर्तव्य है कि धरती पर प्रदूषण न फैलाएं। न्यूटन का यह नियम है कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है अगर आप अच्छी क्रिया करिएगा तो आपको भी अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। अतः आज ही से सावधान हो जाएँ और पृथिवी को सुरक्षित रखने का संकल्प लें।  संतुलित और संयमित जीवन जीने का संकल्प लेते हुए धरती को हरा – भरा रखें और सुख शांति सभी के आगे परोसें क्योंकि सभी को धरती पर जीने का हक है ।  

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