©इस ब्लॉग की किसी भी पोस्ट को अथवा उसके अंश को किसी भी रूप मे कहीं भी प्रकाशित करने से पहले अनुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें। ©

Sunday 25 February 2018

डाल्फिन बन कर ------

स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैं )



यह मार्मिकता भरा लेख है । इंसान क्या है ? सिर्फ पैसा ही के लिए लोग जी रहे हैं। न उद्देश्य रहा है जीवन का न कुछ है जो जैसे नचाए वैसे नाचिए। दुख होता है पर समझाया नहीं जा सकता है किसी को भी । 

No comments:

Post a Comment